गुवाहाटी, 15 अक्टूबर। असम के बक्सा जिले में जुबीन गर्ग की मौत से जुड़े पांच आरोपियों को जेल में लाए जाने पर हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे। जब इन आरोपियों को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच जेल लाया गया, तो जुबीन के प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई।
प्रदर्शनकारियों ने बक्सा डिस्ट्रिक्ट जेल के बाहर पुलिस वाहनों सहित सात गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया, जिससे कई लोग घायल हो गए।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी।
बताया गया है कि जब भीड़ ने दो आरोपियों, श्यामकानु महंत और जुबीन गर्ग के प्रबंधक सिद्धार्थ सरमा को जनता के सामने पेश करने की मांग की, तब स्थिति और बिगड़ गई।
भीड़ ने पथराव किया, जिसमें एक महिला पुलिस अधिकारी घायल हुई और पुलिस काफिले के कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठियां चलाईं और कई लोगों को हिरासत में लिया।
जिला मजिस्ट्रेट गौतम दास ने बक्सा जेल के 500 मीटर के दायरे में सभी प्रकार के प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया। इस आदेश में खंजर, भाले और अन्य हथियारों के साथ-साथ ज्वलनशील पदार्थों के उपयोग पर भी रोक लगाई गई है।
यह चेतावनी दी गई है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह निषेधाज्ञा तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है और अगली सूचना तक जारी रहेगी।
इससे पहले, कामरूप जिले की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत ने सभी पांच आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। अदालत ने सुरक्षा कारणों से आरोपियों को गुवाहाटी सेंट्रल जेल में न रखने का निर्देश दिया।
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